द गोल्डन फिश प्रॉब्लम
मर्वेलस की वेब सीरीज मून नाइट जिसका मर्वेलस के फैनस को बढ़ी ही बेसब्री से इंतज़ार था, 30 मार्च 2022 को इसका पहला प्रकरण डिसनीप हॉटस्टार पर रिलीज़ हो चूका है। मून नाइट एक एक्शन से भरपूर सुपरहीरो वाली वेब सीरीज है। इसकी स्टार कास्ट की बात करे तो, इसमें अहम भूमिका में है ऑस्कर इसाक जो कि मून नाइट का किरदार निभा रहे है। मे कैलामावी जो कि लैला का किरदार निभा रही है। करीम अल हाकिम जो कि मिस्त्र एक भगवन खोन्शू का किरदार निभा रहे है। एथन हॉक जो कि आर्थर हैरो का किरदार निभा रहे है और यह नकारात्मक भूमिका में है।
मून नाइट एपिसोड 1 में क्या हुआ ?
तो मून नाइट के पहले प्रकरण में दिखते है कि एक आम सा दिखने वाला शख्सस नींद से उठता है और उसने अपने पैर को लोहे की जंजीर से बाँधा होता है और उसे अपने बेड के बगल में ही बाँधा होता है। वो उस जंजीर को खोलता है और अपने बिस्तर से उठता है। इतना ही नहीं उसने अपने बेड के चारो तरफ रेत बिखेरी होती है, जिसे वो चेक करता है। फिर वो अपने कमरे का दरवाज़ा चेक करता है जिस पर उसने अंदर की तरफ ही टेप लगा रखी है वो भी इस तरह से कि अंदर से अगर कोई दरवाज़ा खोले तो पता चल जाये की दरवाज़े को किसी ने खोला था। मगर अब तक तो पुरे घर में अपने चाँद के योद्धा के अलावा कोई और नहीं दीखता तो फिर वो यह सब अजीब हरकते क्यों कर रहा था ?
खैर कहानी आगे बढ़ती है अपना आम सा दिखने वाला हीरो अपनी माँ से फ़ोन पर बात करता है और तैयार होकर अपने ऑफिस के लिए निकल जाता है। अपना हीरो पहुँचता है फिर एक म्यूजियम में क्युकी वो वही काम करता है। म्यूजियम में एक बच्ची जो कि ग़िज़ा के पिरामिड जैसे दिखने वाले एक मोडल में कूड़ा भर रही होती है, उसे ज्ञान पेलने लगता है और उसको मिस्त्र के इतिहास की जानकारी देता है। फिर एंट्री होती है अपने हीरो की बॉस की जो कि बढे प्यार से उसे ज़लील करते हुए उसे याद दिलाती है कि वो कोई टूर गाइड नहीं है बल्कि उसका काम वहां आये बच्चो को टॉफी और स्नैक्स बेचना है।
फिर आती है एक हसीना अपने हीरो के पास जिसे देख कर अपना हीरो हक्का बक्का और बोचक्का हो जाता है, वो अपने हीरो को अगले दिन डेट पर मिलने को बोलती है और साथ कबाब खाने का ऑफर देती है। तो अपना हीरो भी हाँ बोल देता है और बोलता है कि वो टाइम पर आ जायेगा।
तो एक बार फिर से अपने हीरो की बॉस डोना आती है और अपने हीरो को छेड़ते हुए बोलती है की वो तो बहुत छुपा रुस्तम निकला। आखिर कबसे चल रहा है उस हसीना के साथ चक्कर ? तो हीरो जवाब देता है कि उसे भी नहीं पता। तो डोना फिर से हीरो को बोलती है कि तू कबाब खाने कैसे जा सकते है तो तो कट्टर शाकाहारी है ना ? हीरो जवाब देता है कि वो सलाद या ख़ास-फुस खा लेगा और डोना उसे कहती है कि उसने अच्छा हाथ मारा है और वहां से चली जाती है।
खैर अभी तक तो मून नाइट का कोई अता पता नहीं है।
अगले सीन में फिर से अपना हीरो और उसकी बॉस डोना को दिखते है है जहाँ अपना हीरो डोना को बोलता है की ये जो मिस्त्र के देवताओ की तस्वीर है इसमें सिर्फ 7 देवताओ को ही दिखाया गया है जबकि कुल 9 देवता है। डोना जवाब देती है की 2 देवताओ को निकाल दिया होगा और वो अब उसके दिमाग का भाजी पाला ना करे और वहां से दफा हो जाए। शाम हो गयी होती है तो अपना हीरो भी अपने घर के लिए निकल जाता है।
तो अभी तक की कहानी में यही समझ आया की अपने हीरो खुद को चैन से बाँध कर रखता है, उसको इतिहास की काफी जानकारी है, एक हसीना उसको सामने से आकर डेट के लिए पूछती है और उसके ऑफिस में कोई उसकी इज़्ज़त नहीं करता है, सब उसको हलके में लेते है और किसी भी नाम से बुलाते है। तो कुल मिलाकर अपना हीरो अभी तक भोंदू ही नज़र आ रहा है।
अगले सीन में अपना हीरो एक स्टेचू बन कर बैठे एक आदमी के साथ मार्किट में बैठा है और उसके आगे सैंडविच खाते हुए अपना दुखड़ा रो रहा होता है। हीरो उस स्टेचू को बताता है कि उसका शरीर कते ही आवारा हो रखा है और उसकी मर्ज़ी के बिना कही भी घूमती रहती है और उसे पता भी नहीं चलता। और जब भी वो सोकर उठता है तो कई बार अनजान जगहों पर उठता है। इसी वजहें से वो रात भर जागे रहने की कोशिश करता है। हीरो उसे उस हसीना के बारे में भी बताता है की ऑफिस में पता नहीं कैसे एक हसीना पूछे बिना ही उसके साथ डेट पर जाने को तैयार हो गयी और कुछ देर बाद वहां से चला जाता है।
अगले सीन में वो अपने कमरे में होता है और वैसे ही अपने बेड के चारो और रेत फैला देता है और पैर को जंजीर से बाँध देता है। फिर वो उसी कोशिश में रहता है की उसे नींद ना आये। वो क्यूब से खेल रहा होता है और अचानक उसकी आँख खुलती है और वो खुद को जख्मी हालत में किसी अनजान जगह पाता है। अपने हीरो का जबड़ा हिला हुआ होता है। तभी अपने हीरो को एक आवाज़ सुनाई देती है जो उसे बोलती है दोबारा सो जाओ नामुराद, यहाँ तुम्हारा कोई काम नहीं। अपना हीरो बढ़ी हैरानी से इधर-उधर देखता है पर उसे कोई दिखाई नहीं देता।
अपना हीरो पूछता है की वो कौन है और तभी फिर से आवाज़ आती है कि वो अपने जिस्म को मार्क के हवाले करे और अपना हीरो फिरसे हैरान परेशान होकर पूछता है, माफ़ करना, क्या कहा आपने ? जिस्म हवाले करू, मगर किसके ? तभी फिर से वही डरावनी से आवाज़ आती है कि जिस्म बेवकूफ के बस में है। और एक बार फिर हमारे हीरो की बेइज्जती हो जाती है।
अपना हीरो अपनी जेब में हाथ डालता है और उसे उसकी जेब से कोई अन्सिएंट सोने की कोई चीज़ मिलती है और तभी उसके पीछे एक मम्मी आती है जिसको देखने के लिए वो जैसे ही पलटता है वो गायब हो जाती है। वो जब ऊपर की तरफ देखता है तो वहां एक बंदा खड़ा होता है जिसे देख कर वो हाई बोलता है और तभी उसका दूसरा साथी वहाँ आता है और उसे बोलता है की वो देख क्या रहा है, उस पर गोली क्यों नहीं चला रहा ? और वो दोनों मिलकर उस पर गोली चलने लगते है और फिर से वही डरावनी सी आवाज़ आती है जो उसे वहाँ से भागने को बोलती है। तब यहाँ पर वो सीन कुछ समझ में आता है कि जहाँ से वो दोनों बंदे गोलियां चला रहे थे, जो कि काफी उचाई पर थी, उसी जगह से अपने हीरो ने छलांग मारी थी जिसकी वजहें से अपने हीरो का जबड़ा टूट गया था।
अपना हीरो वहाँ से अपनी जान बचाकर भागता हुआ वहां नीचे एक गाँव में भाग जाता है। गाँव में भी हर तरफ वो गुंडों के साथी फैले हुए थे। अपना हीरो वहाँ भीड़ में शामिल हो जाता है। वहाँ कुछ देर बाद एक बूढ़ा सा आदमी आता है जिसके हाथ में छड़ी है और वहां मौजूद सभी लोग बढ़ी श्रद्धा के साथ उसे देख और छू रहे है। फिर वो बूढ़ा आदमी बढ़बढ़ाता है और स्वर्ग – नर्क की बात करने लगता है बोलता है कि वो सब मिलकर धरती को स्वर्ग बनाने के लिए आये है और वहां आये लोगो से पूछता है कि बताओ कोण शुरुवात करेगा ?
तब भीड़ से एक आदमी निकल कर आता है और वो बूढ़ा आदमी उसके हाथ पकड़ कर बोलता है कि वो बहुत बहादुर है जो आत्मा की परख करवाना चाहता है। देवी अभी जाएगी नहीं और वो अभी उनकी सेवा करना चाहता है। फिर वो बूढ़ा आदमी बोलता है कि वो उसे परखता है अमिट के नाम पर और उस बूढ़े आदमी के हाथ पर बना तराज़ू का टेटू हिलने लगता है। फिर वो बोलता है कि उसकी आत्मा बहुत शुद्ध है, वो एक नेक इंसान है और उसे गले लगा लेता है।
फिर एक औरत भी सामने आती है और वो उसे बूढ़े आदमी को आरो बोलती है और कहती है कि वो भी अपनी आत्मा की परख करना चाहती है। तब आरो उसे बोलता है कि उसे सिर्फ आर्थर बुलाओ और उस औरत के हाथो को पकड़ कर वही सब दोहराता है जो उसने पहले आदमी के साथ किया था।
मगर इस बार कुछ अलग होता है, आर्थर के बाज़ू पर बने तराज़ू का रंग लाल हो जाता है। जिसपर वो औरत बोलती है कि उसने कभी कोई गलत काम नहीं किया। तब आर्थर बोलता है कि उसे यकीन है की उसने नहीं किया होगा लेकिन अमिट सब देखती है तो हो सकता है की वो भविष्य में कोई गलत काम करे और देखते ही देखते वो औरत निचे गिर जाती है। वो मर जाती है जैसे आर्थर ने उसकी जिंदगी सोख ली हो। और तभी वो गुंडे उसे ढूंढ़ते हुए वहां आते है और आर्थर को बताते है कि काम अधूरा रह गया। उनपर किसी ने हमला किया था। तो आर्थर पूछता है कि क्या वो यही है और वो अमिट का नाम लेके कुछ बोलता है और सभी लोग निचे बैठ जाते है और अपना हीरो खड़ा रह जाता है और पकड़ा जाता है।
आर्थर उसको देखकर बोलता है कि वो उसे पहचानता है, वो आतँकती है। तब अपना हीरो उसे बोलता है नहीं वो तो टॉफी बेचता है और उसका नाम स्टीवेन ग्रांट है। वो तो बस अपने घर लंदन वापिस जाना चाहता है। तब आर्थर अपने हीरो को वो स्करब वापिस करने को बोलता है वही जो स्टीवेन को उसकी जेब में मिला था। तो अपने हीरो बोलता है हाँ ठीक है लेलो और तभी वो डरावनी सी आवाज़ फिर से आती है और उसे वो स्करब देने से माना करती है।
अपना हीरो वो स्करब जेब से निकलता है और आर्थर को देने को कोशिश करता है मगर उसका शरीर उसका साथ नहीं देता। उसको कुछ समझ नहीं आता की क्या हो रहा है और वो स्करब भी स्टीवन चाहते हुए भी आर्थर को नहीं दे पाता। तभी आर्थर के आदमी स्टीवन को पकड़ लेते है और ज़बरदस्ती उससे स्करब छीन लेते है। और एक बार फिर अपने हीरो के होश गुम हो जाते है और उससे पता ही नहीं चलता की क्या हुआ और जब वो होश में आता है तो उसके मुँह पर खून लगा हुआ था। वो स्करब स्टीवन के हाथ में था और जिन लोगो ने स्टीवन को जबरदस्ती पकड़ा था, वो जख्मी या शायद मरे हुए उसके चारो और बेसुध पढ़े थे। तब एक बार फिर वही डरावनी आवाज़ आती है, लो एक बार फिर से काबू खो दिया।
इसके बाद आर्थर के चेले बेकाबू हो जाते है और स्टीवन के पीछे पढ़ जाते है जिसके बाद स्टीवन एक वैन में चढ़ जाता है और वहाँ से भाग जाता है। लेकिन मुसीबत यहाँ खतम नहीं हुयी थी, आर्थर के लोग भी अपनी गाड़ियों में स्टीवन का पीछा करने लगते है और उस पर गोलिया चलाते है। जिसके बाद बढ़ी तगड़ी लड़ाई होती है और फिर अपने हीरो की उसके बेड पर आँख खुलती है। वो हैरान परेशान उठता है और इधर उधर देखता है और और उसे सब नार्मल लगता है। उसे लगता है कि वो शायद सपना देख रहा था।
फिर अपना हीरो उठता है और अपनी पालतू मछली को खाना डालता है और जब वो उसे ध्यान से देखता है तो फिर से हैरान हो जाता है। क्युकी उसने जब वो मछली खरीदी थी तब उसका केवल एक ही पर था मगर अब उसके 2 पर थे। तब अपना हीरो डर जाता है और अपनी मछली को लेकर उस दुकान पर जाता है जहाँ से उसने उसे ख़रीदा था। वहाँ वो उसे बताती है कि वो कल जब यहाँ आया था तो उसने उसे सब बतया था तो हीरो हैरान हो जाता है कि कल वो यहाँ नहीं आया, वो तो अभी सोकर उठा है। और तब उसे घडी देख कर याद आता है की उसे डेट पर भी तो जाना था और वो जल्दी-जल्दी वहां से निकल जाता है।
अपना हीरो रेस्टोरेंट पहुँचता है और काफी देर तक अपनी हसीना का इंतज़ार करता हैऔर फिर हसीना को फ़ोन करके पूछता है। फ़ोन पर हसीना उससे कहती है की क्या उसे शर्म नहीं आती ? उसे अब उसकी याद आयी है ? अपना हीरो फिर हैरानी से बोलता है कि वो तो रेस्टोरेंट में बैठा उसका इंतज़ार कर रहा है कबाब डेट पर। हसीना जवाब देती है की वो तो दो दिन पहले ही कबाब खाकर आ चुकी है वो भी अकेले। तो हीरो बोलता है कि यह तुम क्या बोल रही हो ? बात तो शुक्रवार की हुई थी ना यानी आज की? तब हसीना पुस्टि है कि क्या संडे को शुक्रवार आता है ? और नाराज़ होकर हसीना गुस्से में फ़ोन काट देती है।
अपना हीरो तब वेटर से पक्का करता है की आज दिन कोनसा है ? वो वेटर भी उसे एहि बोलता है की आज संडे है फिर वो टुंडे कबाब आर्डर करता है और अकेले ही खता है और घर आ जाता है। घर आने के बाद अपना हीरो कुछ खा रहा होता है और वो फर्श पर गिर जाता है। उसे उठाने के लिए वो निचे झुकता है और देखता है की उसके लकड़ी के फर्श पर कुछ निशान पढ़े हुए थे। वो और अच्छे से चेक करता है तो देखता है की उसके घर की दिवार जो की ऊपर की तरफ से लकड़ी की थी, उसक एक पट्टी खुली हुयी है, वो ऊपर चढ़कर वह देखता है तो उसे उसके अंदर एक चाबी और एक मोबाइल फ़ोन मिलता है और वो उसे वहाँ से निकाल लेता है और उसे चेक करने लगता है। वो फ़ोन को ऑन करता है और देखता है कि उस फ़ोन में 1 ही नाम से बहुत साड़ी मिस कॉल्स थी और वो नाम था लैला का।
तभी लैला का फिर से कॉल आ जाता है। जब अपना हीरो फ़ोन उठाता है तो वहां से एक लड़की की आवाज़ आती है वो उस पर चिलाने लगती है और बोलती है कि वो महीनो से उसे फ़ोन और मैसेज कर रही है, उसने कोई जवाब क्यों नहीं दिया ? तो अपना भोंदू हीरो बोलता है माफ़ करना बहनजी, उसे यह फ़ोन अभी उसके फ्लैट पर मिला है। बहनजी सुनकर लैला और भड़क जाती है और अपना हीरो उससे पूछता है की क्या वो उसे जानती है? तब लैला जवाब देती है कि बेशक वो उसे जानती है और वो उसे मार्क के नाम से बुलाती है। और तभी फ़ोन काट जाता है। तब एक और आवाज़ आती है, वो स्टीवन का नाम पुकारता है और बोलता है कि वो बाज आ जाये वरना अंजाम ठीक नहीं होगा। स्टीवन उसे ढूंढे के कोशिश करता है मगर उसे कोई नहीं मिलता। तभी उसे शीशे में उसकी परछाई उलटी दिखती है और वो झट से लाइट जलाता है और सब नार्मल हो जाता है पर वो जैसे ही लाइट बंद करता है तभी शीशे में से उसकी परछाई बोलती है स्टीवन अपनी तलाश बंद करो और घर की लाइट अपने आप ही जलने भुझने लगती है, सामन गिरने लगता है और स्टीवन बाहर की तरफ भागने लगता है।
स्टीवन लिफ्ट की और भागता है, लिफ्ट में घुसता है तो लिफ्ट अचानक रुक जाती है और तभी लिफ्ट का दरवाज़ा खुलता है और स्टीवन को सामने एक लम्बी सी मम्मी दिखती है। इस मम्मी का लम्बा सा चेहरा और हाथ के में अजीब सी छड़ी थी, वो मम्मी स्टीवन की तरफ बढ़ने लगती है। स्टीवन बहुत डर जाता है और आँखे बंद करके नीचे बेथ जाता है, वो जैसे ही अपनी आँखे खोलता है तो सब पहले के जैसे नार्मल था। एक बूढी औरत लिफ्ट में आती है और स्टीवन फिर से डरा हुआ हैरान परेशान इधर-उधर देखने लगता है। जब लिफ्ट पांचवे फ्लोर अपर खुलती है तो स्टीवन उस औरत से पूछता है कि यह लिफ्ट पांचवे फ्लोर पर कैसे आ गयी ? वो स्टीवन की अजीब बाते सुनकर डरने कागती है और उसे बोलती है की वो यहाँ अपनी सहेली से मिलने आयी है, वो उसका इंतज़ार कर रही है।
तभी स्टीवन फिर से वही डरावनी मम्मी दिखती है, वो डर से चिलता है और इस बार खुद को एक बस में पाता है। बस में सब उसको अजीब नज़रो से देखने लगते है। स्टीवन एक बार फिर से आर्थर को देखता है और बोलता है कि यह कि यह तो वही उसके सपने वाला बंदा है और बस से उतर जाता है। स्टीवन अपने ऑफिस आ जाता है और सुरक्षा कर्मी को बोलता है की कोई उसका पीछा कर रहा है।
तभी आर्थर वहाँ आ जाता है और तब स्टीवन फिर से सुरक्षा कर्मी से मदद मांगता है है और तब उसे पता चलता है की वो सुरक्षा कर्मी भी उसी का चेला है। स्टीवन आर्थर से बोलता है की वो स्करब उसके पास नहीं है, तब आर्थर स्टीवन को बताता है कि वो स्करब उसका नहीं है बल्कि वो तो अमिट का है। तब आर्थर स्टीवन को अमिट के बारे में बताता है की वो पापियों को सजा देती हैवो भी उनके बुरे करम करने से पहले। स्टीवन इधर -उधर देखता है, भागने के लिए रास्ता ढूंढे की कोशिश करता है लेकिन उसको हर तरफ से आर्थर के आदमी घेर लेते है।
आर्थर स्टीवन को उन आवाज़ों के बारे में भी बताता है जो उसे सुनाई दे रही थी जिसके बाद स्टीवन और घबरा जाता है। आर्थर स्टीवन के भी दोनों हाथ पकड़ कर उसकी आत्मा की जांच करने लगता है और तब वो बढ़ी ही हैरानी से स्टीवन को देखते हुए बोलता है कि उसमें एक अराजकता है। तभी स्टीवन के पीछे के दरवाज़ा खुलता है और वहाँ से लोग आने लगते है। अपना हीरो भी मौका पाकर वहां से भाग जाता है। आर्थर भी अपने लोगो को उसके पीछे जाने से रोक देता है। अब म्यूजियम बंद हो चूका है और म्यूजियम में उसके आलावा बस सफाई कर्मचारी होते है। स्टीवन को म्यूजियम में से जानवरो की आवाज़े आने लगती है तो वो उन आवाज़ों का पीछा करता अंदर की और जाने लगता है। और अंदर जाने पर स्टीवन को एक बढे से जानवर की परछाई दिखती है जिसे देखकर वो वही चिप जाता है।
थोड़ी ही देर में वो परछाई वहां से बहार आ जाती है वो कोई प्राचीन जानवर था जो स्टीवन को पकड़ने के लिए उसके पीछे भागने लगती है। स्टीवन भी अपनी जान बचने के लिए बाथरूम में घुस जाता है और तब शीशे में उसकी परछाई फिर से उससे बात करने लगती है और अपना भोंदू हीरो डर जाता है, उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था की उसके साथ क्या हो रहा है। स्टीवन को सब उसका वहां लगने लगता है। तभी उसकी परछाई बोलती है कि यह सब असली है और वो उसे उन दोनों को जान बचने दे अपना शरीरी उसे सूंप कर और तभी वो प्राचीन जानवर अंदर घुस जाता है और स्टीवन पर हमला कर देता है। इसके बाद बस आवाज़े ही सुनाई देती है और तब दिखती है मून नाइट की पहली झलक वो उस प्राचीन जानवर को मार चूका होता हैऔर यही होता है पहले प्रकरण का अ