एक विलेन रिटर्न्स
फिल्म का नाम | एक विलन रिटर्न्स |
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रिलीज़ डेट | 29 जुलाई 2022 |
निर्देशक और लेखक | मोहित सूरी
मोहित सूरी, असीम अरोड़ा और कनिका ढिल्लों |
कास्ट | दिशा पटानी, तारा सुतारिया, जॉन अब्राहम, अर्जुन कपूर, जे. डी. चक्रवर्ती, रितेश देशमुख, दीपांशु तितोरिया, मोहम्मद अज़ीमुल इस्लाम शेब्लु और मुस्तफ़िज़ मुर्तोज़ा |
संगीत
स्कोर |
अंकित तिवारी, तनिष्क बागची और कौशिक-गुड्डू
राजू सिंह |
फिल्म टाइप | मिस्ट्री/थ्रिलर |
बजट | 80 करोड़ (लगभग) |
बॉक्स ऑफिस कलेक्शन | 7.5 करोड़ |
IMDb रेटिंग | 7.5 |
एक विलेन रिटर्न्स बन के तैयार हो चुकी है और इसका ट्रेलर रिलीज़ हो चुका है। फिल्म 29 जुलाई 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज़ की जायेगी।एक विलेन रिटर्न्स 2014 में आई एक विलेन की अगली कड़ी है। Ek Villain में रितेश देशमुख ने सीरियल किलर की भूमिका निभाई थी और फिल्म सुपरहिट हुयी थी। फिल्म के गानो को भी बहुत पसंद किया गया। फिल्म का मशहूर गाना तेरी गालिया को recreate किया गया है Galliyan Returns के रूप में जिसे अंकित तिवारी ने गाया है और मनोज मुंतशिर ने लिखा है।
फिल्म के गाने अंकित तिवारी, तनिष्क बागची और कौशिक-गुड्डू द्वारा रचित हैं। गाने के बोल मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं। फिल्म का स्कोर राजू सिंह ने तैयार किया है।
फिल्म की कहानी
Ek Villain Returns की कहानी की बात करे तो यह भी एक सीरियल किलर के पागलपन पर ही आधारित है और उसके पागलपन का शिकार बनती है वो लड़कियाँ जिनसे कोई एक तरफ़ा प्यार में होता है। ट्रेलर में अर्जुन कपूर और जॉन अब्राहिम एक दूसरे से लड़ रहे वहीं दिशा पटानी और तारा सुतारिया से रोमांस करते नज़र आएंगे। फिल्म में जे. डी. चक्रवर्ती इंस्पेक्टर की भूमिका में है।
मोहित सूरी की यह मिस्ट्री/थ्रिलर क्या वही जादू चला पायेगी जो 2014 में आई Ek Villain ने चलाया था ? आपको कैसा लगा Ek Villain Returns का ट्रेलर ?
एक विलेन रिटर्न्स फिल्म का रिव्यु
28 जुलाई 2022 को एक विलेन रिटर्न्स सिनेमाघरों में रिलीज़ हो चुकी है और इस फिल्म को लेकर दर्शको की मिली जुली प्रतिक्रिया है। किसी को जॉन की एक्टिंग पसंद आयी तो किसी को अर्जुन की और किसी को दिशा और तारा का ग्लैंमर अवतार।
फिल्म का नाम एक विलेन रिटर्न्स रखा गया मगर इसका पहले वाली एक विलेन से कोई लेना देना नहीं है। फिल्म में अंकल जॉन विलेन की भूमिका में है और उनके विलेन बनने की वजहें हॉटी दिशा होती है। हॉटी दिशा एक मोल में सेल्स गर्ल है और अंकल जॉन हॉटी दिशा को पसंद करते है और उससे मिलने के बहाने मोल में शॉपिंग के लिए जाते रहते है।
इसी तरह दोनों के बीच नज़दीकिया बढ़ने लगती है फिर हॉटी दिशा एक दिन अंकल जॉन को लोनावला लेजाने के लिए बोलती है जिससे अंकल जॉन बहुत खुश है और हॉटी दिशा को लेके वहां चले जाते है। अंकल जॉन इतने खुश होते है कि वो हॉटी दिशा को होटल में छोड़कर कही चले जाते है और फिर एक शॉप में जाकर शादी का जोड़ा खरीदते है और रिंग तो वो पहले ही खरीद चुके होते है।
अंकल जॉन जब वापिस आते है तो देखते है कि हॉटी दिशा कमरे में किसी और के साथ थी। वो बंदा और कोई नहीं बल्कि हॉटी दिशा का मैनेजर होता है। अंकल जॉन हॉटी दिशा की बाते भी सुन लेते है जो वो अपने मैनेजर को बोल रही होती है कि अंकल जॉन उसके बस में है और वो जो उसे बोलती है अंकल जॉन करते है।
तब अंकल जॉन को एहसास होता है की उनका कट चुका है। जब वो वापिस जाने लगते है तो हॉटी दिशा को अंकल जॉन के बर्ताव से पता चल जाता है कि उन्हें सब पता है। मगर हॉटी दिशा को इससे कोई फर्क नहीं पढ़ता और वो ज़ोर – जोर से हसने लगती है। पर अंकल जॉन की सटक जाती है और वो सामने से आ रहे ट्रक में अपनी गाढ़ी को घुसाने वाले होते है की तभी हॉटी दिशा गाढ़ी को संभाल लेती है और गाढ़ी रोक के उतर जाती है और अंकल जॉन को छोड़कर जाने लगती है।
अंकल जॉन भी हॉटी दिशा के पीछे जाते है और उसे रोकने की कोशिश करते है और हॉटी दिशा को जादू की झप्पी देकर उससे कहते है की वो उसे छोड़कर ना जाए पर हॉटी दिशा खुद को अंकल जॉन से छुड़वाने की बहुत कोशिश करती है मगर अंकल जॉन की झप्पी इतनी जोरदार थी कि हॉटी दिशा की पसलिया टूट जाती है और उनकी जान निकल जाती है।
अंकल जॉन टैक्सी चलाने के अलावा ज़ू कीपर भी थे और ज़ू के जानवरो का ख्याल रखते थे, उनका खाना – पीना, सोना धोना सब कुछ करते थे। वही पर अंकल जॉन एक कोल्ड स्टोरेज में हॉटी दिशा की लाश को संभाल के रख देते है।
इसके बाद अंकल जॉन की इतनी सटक जाती है कि उनको हॉटी दिशा दिखने लगती है और उनकी इमेजिनेशन इतनी तगड़ी थी कि हमको भी स्क्रीन पर वो दिखने लगती है। जिसमें वो अंकल जॉन को रेटिंग दे रही है, दोनों साथ घूम रहे है और नहा भी रहे है,अंकल जॉन की इमेजिनेशन में।
अंकल जॉन इसके बाद उस हर लड़की को टपकाना शुरू कर देते है जो अपने बॉयफ्रेंड को किसी और के लिए छोड़ देती है। इसी बीच अंकल जॉन बोलो तारारारा को भी उठा लेते है जिसकी वजहे से गफूर भाई अंकल जॉन के पीछे पढ़ जाते है क्यूकी बोलो तारारा गफूर भाई की जाने मन थी।
पुलिस जब अंकल जॉन तक पहुँच जाती है तो अंकल जॉन गफूर भाई को इसमें फ़साने की कोशिश करते है पर इसकी वजहे से गफूर भाई अंकल जॉन तक पहुँच जाते है। दोनों का सामना होता है मेट्रो में पर जब गफूर भाई अंकल जॉन के सामने आते है तो अंकल जॉन के सामने आलू की बोरी लगते है। इसके बाद अंकल जॉन गफूर भाई को बहुत पेलते है और फिर चलती मेट्रो से कूदी मार देते है।
कहानी में दो सीनियर पुलिस वाले भी होते है जिसमें से एक जे. डी. चक्रवर्ती होते है जो ऐ. सी. पी. है और एक है पहली वाली एक विलन के शाद रंधावा जो कि एक सीबीआई अफसर होते है।
जे. डी. चक्रवर्ती एक सूझ भूझ वाले और समझदार पुलिस वाले होते है, वही शाद रंधावा सीबीआई अफसर होने के बावजूद बिना सोचे समझे फैसला लेते है। जे. डी. चक्रवर्ती जल्दी ही समझ जाते है कि यह एक सीरियल किलर है जो खून कर रहा है और शाद रंधावा गफूर भाई के पीछे पढ़ जाते है। जे. डी. चक्रवर्ती के ज्यादा होशियार होने की वजहें से अंकल जॉन जे. डी. चक्रवर्ती को लटका डालते है।
अंकल जॉन बोलो तारारारा को मारते नहीं है बल्कि अपने ज़ू में ख़ुफ़िया जगह पर कैद कर देते है पर जब पुलिस और गफूर भाई वहाँ तक पहुँच जाते है तो अंकल जॉन बढ़ी चालाकी से अपने दोस्त को इसमें फसा देते है और अंकल जॉन के दोस्त का बेटा भी अपने पप्पा को ही सभी हत्याओ के लिए ज़िम्मेदार ठहरता है। बच्चे के ऐसा करने की वजहें उसके पप्पा का हमेशा उसको कोसना और मारना होता है पर अंकल जॉन हमेशा अपने दोस्त के बच्चे की साइड लेते थे और उसका साथ देते थे। यहाँ तक की बच्चे को यह भी पता था की अंकल जॉन एक किलिंग मशीन बन चुके है और वो जिसे भी टपकाते है उसे उसी ज़ू के जानवरो को काट कर खिला देते है।
पर जब इसका पता अंकल जॉन के दोस्त को चलता है तो अंकल जॉन उसे टपका देते है और दोस्त का बेटा अपने पप्पा को ही फसा देता है। पर गफूर भाई को पता होता है की असली किलर अंकल जॉन ही है और हॉटी दिशा की लाश देखने के बाद गफूर भाई समझ जाता है कि अंकल जॉन का स्क्रू ढीला है।
जिसके बाद गफूर भाई अंकल जॉन का पीछा करते है और अपनी जाने मन बोलो तारारारा तक पहुँच जाते है। अंकल जॉन फिरसे गफूर भाई को बहुत पेलते है पर फिर गफूर भाई को बोलते है कि अबे हटेले हॉटी दिशा को तूने सबसे पहले टपकाया और अब तू उसे अपने दिमाग में पाल रहा है। जब अंकल जॉन को वो सब याद आता है तो उनका सर्किट उड़ जाता है और वो खुदको ज़ू के शेर का निवाला बना डालते है। जिसके बाद गफूर भाई अपनी जाने मन बोलो तारारारा को लेकर वहा से चले जाते है।
आखिर में एक ट्विस्ट डाला गया है जिसमें अंकल जॉन को हॉस्पिटल में दिखाया जाता है और एक विलन के सीरियल किलर रितेश देशमुख को उनके बाजू में बैठा दिखाया जाता है और इसी सीन के साथ फिल्म एन्ड हो जाती है। इसमें हैरान होने वाली कोई बात नहीं है क्युकी एकता कपूर भी इस फिल्म का हिस्सा है और किसी मरे हुए को ज़िंदा दिखाना उनके लिए कोई बढ़ी बात नहीं है।
गफूर भाई की एक अमिर पप्पा के बिगड़ैल अमीर बेटे की कहानी बहुत बोरिंग थी और बोलो तारारारा की कहानी थोड़ी ठीक थी कि वो एक नामचीन संगीतकार की नाजायज़ बेटी है और खुद भी एक बढ़ी सिंगर बनना चाहती है जिसमें गफूर भाई उनकी मदद करते है पर आखिर में बोलो तारारारा का वो पप्पा वाला राज़ सोशल मीडिया के ज़रिये दुनिया में बता देते है जिसकी वजहें से दोनों अलग हो जाते है।
अंकल जॉन जो कि एक कैब ड्राइवर भी थे, बोलो तारारारा भी अंकल जॉन की कैब से सफर करती है और वही गफूर भाई भी बोलो तारारारा को मनाने आते है जिससे अंकल जॉन को लगता है कि बोलो तारारारा ने भी किसी और के लिए गफूर भाई को धोखा दे दिया है। जिसकी वजहे से बोलो तारारारा को अंकल जॉन अंग्रेजी वाला सफर करवाते है।
फिल्म की शुरुवात से ही सभी को विलन बनने की बढ़ी चुल रहती है जो बाद में अंकल जॉन निकाल देते है।
एक विलेन और एक विलेन रिटर्न्स में से कौन सी बेहतर है ?
बेशक एक विलेन ज्यादा बेहतर थी, फिल्म की कहानी इतने फ्लो में थी कि देखकर मज़ा आ गया था और वो फिल्म एक दम पैसा वसूल थी। एक विलेन के गाने तो अभी तक दर्शको को याद है और आज भी सभी गाने फेमस भी है। वहीं एक विलेन रिटर्न्स के बस कुछ – कुछ हिस्से ही अच्छे थे, ज्यादातर तो जॉन अब्राहिम के और जे. डी. चक्रवर्ती की इन्वेस्टीगेशन वाला हिस्सा। पहली फिल्म का सबसे मशहूर गाना उठाया गया जिसे गालियां रिटर्न्स नाम दिया गया और आखिर में रितेश देशमुख को ज़िंदा दिखा दिया गया तो अब क्या इस फिल्म के मेकर्स एक विलेन 3 लाने की सोच रहे है ?

कुछ दर्शक तो इस फिल्म को देखने के बाद मेकर्स से इस बात पर भी नाराज़ दिखे कि पहले वाली कहानी को आगे क्यों नहीं बढ़ाया गया जबकि फिल्म का नाम ही एक विलेन रिटर्न्स रखा गया था। हिंदीवूड में में अक्सर देखा जाता है कि जब किसी फिल्म का पार्ट 2 या रिटर्न्स के नाम पर लाया जाता है तो उसमें स्टोरीलाइन बिलकुल ही अलग होती है पहली वाली से।
खैर अब क्या ही कर सकते है, तो आप बताइये कि आपको यह फिल्म किसी लगी ?