Rashtra Kavach: OM
फिल्म का नाम | राष्ट्र कवच: ओम or Om: The Battle Within |
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रिलीज़ डेट | 1 जुलाई 2022 |
निर्देशक | कपिल वर्मा |
कास्ट | आदित्य रॉय कपूर, संजना सांघी, जैकी श्रॉफ, आशुतोष राणा और प्रकाश राज |
संगीत | स्कोर: अमनदीप सिंह जॉली, गीत: अर्को प्रावो मुखर्जी, अमजद नदीम आमिर, चिरंतन भट्ट, एनबी |
फिल्म टाइप | एक्शन, सस्पेंस |
बजट | 40.00 करोड़ |
बॉक्स ऑफिस कलेक्शन | डे 1: 1.51 करोड़ |
IMDb रेटिंग | 2.6 |
फिल्म “Om – The Battle Within” हिट या फ्लॉप ?
कल 1 जुलाई 2022 को Om – The Battle Within सिनेमाघरों में रिलीज़ हुयी जिसके बाद फिल्म का नाम Rashtra Kavach: OM हो गया। यह फील 2000 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज़ हुयी पर इसका पहले दिन का कलेक्शन 1.51 करोड़ रहा। फिल्म की कहानी कवच पर ही आधारित है जो कि देव राठौर / जैकी श्रॉफ भारत को परमाणु आक्रमण से बचाने के लिए बनाते है। मगर फिर वो गायब हो जाता है देव राठौर और उनकी टीम के साथ जिसके बाद जैकी श्रॉफ पर गद्दारी का दाग लग जाता है और इसी दाग को मिटाने के लिए ओम आर्मी में भर्ती होता है और उसके पिता / चाचा जय राठौर के साथ मिल कर अपने पिता की बेगुनाही और कवच को वापिस लाने के लिए एक सीक्रेट मिशन की शुरुवात करता है।
फिल्म में बढ़ी ख़ूबसूरती से देव राठौर की गद्दारी पर सस्पेंस बनाये रखा और कई बार आपको लगेगा की प्रकाश राज ही असली विलन है। मगर फिल्म के आखिर में पता चलता है कि देव राठौर ने ही कवच के लिए देश के साथ गद्दारी की थी। यहाँ तक की अपने भाई जय राठौर / आशुतोष राणा को भी मरवा दिया था क्युकी वो उसके सच के करीब पहुँच गया था मगर इससे पहले की जय अपने भाई की सचाई जान पाता उससे पहले ही देव ने मूर्ति / प्रकाश राज की मदद से जय को मरवा दिया।
अंत में देव राठौर चलाकी से अपने बेटे ओम राठौर को गोली तो मार देता है, पर हीरो है न तो एक गोली से हीरो का क्या हो होगा और चीचा देव की भी बन्दुक में वो आखरी गोली थी। अब पिता की असलियत जानने के बाद ओम अपनी माँ यशवी राठौर / प्राची शाह पांड्या से किया वादा “अगर देव राठौर गद्दार निकला तो उसकी चीता को आग लगाने वाला कोई नहीं होगा” को पूरा करता है और देव राठौर का on the spot encounter कर देता है।
Om – The Battle Within यह टाइटल भी फिल्म की कहानी को काफी हद्द तक जस्टिफाई करता है, क्युकी battle इस बार घर में ही थी, गद्दार घर में ही थे।
डायरेक्शन में बहुत झोल था बॉस, कही पर भी बैकग्राउंड कहानी सुनानी शुरू कर देते थे बोले तो समझना मुश्किल हो जाता था की प्रेजेंट चल रहा है या पास्ट।
बाकी अगर आप भी पैसे खर्च करके यह फिल्म देख कर आये है तो बताइये की किसी लगी आपको यह एक्शन-सस्पेंस फिल्म ? पैसा वसूल या फ़िज़ूल ?